हिस्ट्रीशीटर, शार्प शूटर, हथियारों के तस्कर सुंदर भाटी गैंग के पांच बदमाश गिरफ्तार अवैध असलाह और बुलेट प्रूफ वाहन बरामद
ग्रेटर नोएडा/डॉ. सतीश शर्मा जाफराबादी
पुलिस कमिश्नरेट गौतम बुध नगर ने बड़ी कार्रवाई करके सुंदर भाटी गैंग के शार्प शूटर, हिस्ट्री शीटर पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में अवैध असलाह और बुलेट प्रूफ कार बरामद की है। गिरफ्तार 5 बदमाशों को न्यायालय में हाजिर कर जेल भेजा गया है।
बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। पथराव और फायरिंग की। सरकारी वाहन भी क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने हमला करने वाले 31 नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। गिरफ्तारी के डर से घर और गांव छोड़कर आरोपी आसपास के गांव में छुप गए हैं।
थाना दनकौर व थाना इकोटेक प्रथम पुलिस द्वारा सुंदर भाटी गैंग के तीन सदस्यों नितिन बढ़पुरा, दिनेश घँघोला, रिंकु नारौली को तीन अवैध पिस्टल व चार तमंचो के साथ गिरफ़्तार किया गया। पूछताछ के दौरान अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि उन्हें यह असलाह संदीप नागर द्वारा उपलब्ध कराया गया है जिसके पास और भी असलाह हो सकते है। उक्त सूचना पर बरामदगी के लिए जब पुलिस टीम द्वारा संयुक्त रूप से संदीप नागर के घर पर दबिश दी गयी तो मौक़े से एक बुलेट प्रूफ कार, एक पिस्टल, एक रायफल व एक पिस्टल(एयर गन) बरामद हुए है। मौक़े से ही संदीप व उसके अन्य साथी अशोक शर्मा पुत्र तेजवीर शर्मा निवासी ग्राम रिठौरी, थाना दादरी, गौतमबुद्धनगर को भी गिरफ़्तार किया गया है जिसकी गिरफ़्तारी पर संदीप के कुछ परिजनों द्वारा सरकारी कार्य में बाधा पहुँचाते हुए गिरफ़्तारी का विरोध किया गया।
जुनेदपुर गांव में संदीप नागर की गिरफ्तारी के विरोध में महिलाओं युवकों और प्रश्न पुरुषों ने पुलिस पार्टी पर पथराव कर दिया उनकी सरकारी गाड़ी भी क्षतिग्रस्त कर दी पुलिस हमलापुर ने पुलिस पार्टी पर जानलेवा हमले के लिए फायरिंग भी की। पुलिस ने हमला करने वाले 31 नाम जड़ और अन्य अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
गिरफ्तारी के दर से सभी नामजत और अज्ञात आरोपी गांव से फरार है पुलिस उनकी धर पकड़ का प्रयास कर रही है गांव छोड़कर आरोपी आसपास के गांव में छिप रहे हैं।
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पहली बार गिरफ्तार हुआ हिस्ट्री शीटर
दनकौर कोतवाली के छोटे से गांव जुनेदपुर की मढैया का निवासी हिस्ट्रीशीटर संदीप पहली बार पुलिस गिरफ्त में आया है। इससे पूर्व कई बार पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने का प्रयास किया लेकिन वह हाथ नहीं लगा। एक वर्ष पूर्व दनकौर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन ग्रामीणों के दबाव और हमले के चलते वह पुलिस से छूटकर भाग निकला था। इसके बाद दोबारा पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने का प्रयास नहीं किया।
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18 वर्ष पुलिस में कर चुका है नौकरी
गिरफ्तार हिस्ट्री सीटर संदीप यूपी पुलिस में 18 वर्ष नौकरी कर चुका है। 1988 में वह बतौर सिपाही भर्ती हुआ था और 2006 में आपराधिक और संदिग्ध गतिविधियों के कारण उसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने बर्खास्त कर दिया था।
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आलीशान जिंदगी जी रहा था तस्कर
संदीप नागर गांव में आलीशान जिंदगी रह रहा था। उसने शानदार मकान बनाया था और अपने एक ही मकान में 32 सीसीटीवी कैमरे लगा रखे थे। गांव और घर पर आने जाने वाले हर व्यक्ति पर वह सीसीटीवी कैमरों द्वारा वह कड़ी निगाह रखता था।
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एक इशारे पर सेकंड युवक जान छिड़कने को तैयार रहते थे
संदीप के एक इशारे पर गांव जुनेदपुर के सैकड़ो युवक जान देने के लिए तैयार रहते थे। जैसे ही पुलिस ने रात के समय उसके घर दविश दी। महिलाओं ने खूब शोर मचाया और हंगामा किया। दूसरे गांव में इसकी खबर लगी तो सैकड़ो युवक घटनास्थल पर आने को तैयार थे लेकिन पुलिस बल अधिक संख्या में होने के कारण वह बैरंग ही अपने घरों को लौट गए।
पत्नी रह चुकी है ग्राम प्रधान
संदीप की पत्नी संगीता गांव की प्रधान रह चुकी है। अपने रसूख और दबंगई के बल पर ही छोटे से गांव के निवासी संदीप ने बड़े गांव धनोरी और मिल्क गांव की ग्राम पंचायत में पत्नी को ग्राम प्रधान बनवा दिया था।
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गांव के युवक उसे मानते हैं अपना आदर्श
जुनेदपुर, धनोरी, मिल्क और आसपास के कई गांव के सैकड़ो युवक उसे अपना आदर्श मानते हैं। उसका इन गांव में काफी रुतबा था। गांव वालों के छोटे-मोटे विवाद वह फोन पर ही सुलझवा देता था। कुछ कमजोर वर्ग के लोगों की वह आर्थिक मदद भी करता था जिससे गांव के लोगों की नजर में उसकी छवि एक मददगार की थी।