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ग्रेटर नोएडा की यह कोतवाली बनी डॉगी हाउस ? पुलिसकर्मी मौज में फरियादी परेशान

 

ग्रेटर नोएडा/ डॉ. सतीश शर्मा जाफराबादी। पुलिस के सामने आने पर बदमाश और शरीफ आदमी भले ही कतराते हों लेकिन दनकौर कोतवाली में आधा दर्जन से अधिक डॉगीज पुलिस कार्यालय में ही अपना स्थायी आशियाना बनाए हुए हैं। कोतवाली में इन डॉगीज का जादू का सिर चढ़कर बोल रहा है। इनके जमाववाड़े और आतंक से कोतवाली में आने वाले पीड़ित और फरियादी परेशान हैं।
कोतवाली में पिछले एक साल से डॉगीज का जमावबाड़ा लगा हुआ है। दर्जन भर डॉगी पुलिस कार्यालय, मुख्य कार्यालय भवन और फरियादियों की सुनवाई के लिए बनाए गए केबिन में जमे रहते हैं। इतना ही नहीं होमगार्ड, चौकीदार और पुलिसकर्मी इनकी जमकर सेवा करते हैं। इन्हें दूध, बिस्किट और ब्रेड खिलाते हैं जिसके चलते यह कोतवाली छोड़कर कहीं नहीं जाते। कोतवाली में जब भी कोई महिला या पीड़ित व्यक्ति जाता है तो ये उस पर भोंकते हैं। डर के मारे पीड़ित और फरियादी कोतवाली आने से भी कतराते हैं। कई पुलिसकर्मी चौकीदार और होमगार्ड की सेवा करते हुए देखे जा सकते हैं। कोतवाली में पुलिसकर्मियों ने इनके लिए जलनुमा ओपन हाउस भी बनवा दिया है। लेकिन यह डॉगी उसे केबिन में न रहकर पुलिस अधिकारियों के केबिन में और कोतवाली के मुख्य भवन में आराम फरमाते हुए देखे जा सकते हैं। कई डॉगी तो बीमार और घायल अवस्था में है। इनसे यहां आने जाने वाले लोगों को बीमारी होने का भी खतरा बना हुआ है। मगर पुलिस कर्मियों का इस और कोई ध्यान नहीं है।
गत दिनों कोतवाली में आए एक पुलिस अफसर के सामने ही नाश्ते की मेज पर ये डॉगी झपट पड़े। इन्होंने भोकना और लड़ना शुरू कर दिया था तो पुलिस अधिकारी तक को लाठी उठानी पड़ गई थी। पुलिस कर्मियों के शह पर कोतवाली में पल रहे इन डॉगीज से कोतवाली में आने जाने वाले लोग खासे परेशान हैं मगर पुलिस कर्मियों के डर से कोई मुंह नहीं खोल पाता। ये कभी भी आक्रामक होकर लोगों पर भोकने लगते हैं और महिलाओं और बच्चों के पैरों और शरीर को चाटने लगते हैं।

दनकौर कोतवाली में डॉगीज अक्सर जमे रहते हैं। इसकी शिकायत मिली है। जल्दी ही कोतवाली प्रभारी को निर्देशित कर इनको हटवाया जाएगा।
अशोक कुमार एडिशनल डीसीपी, ग्रेटर नोएडा

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