कंडोम के पैकेट से हुआ ब्लाइंड मर्डर का खुलासा, पुलिस के ट्रेनी अफसर करेंगे इस केस की स्टडी
कुछ आपराधिक वारदातों की गुत्थी इतनी उलझी होती है कि पुलिस से लेकर बड़ी-बड़ी जांच एजेंसियां भी उसमें उलझकर रह जाया करती हैं। सालों जांच चलने के बाद भी नतीजे कुछ नहीं आते। लेकिन कभी – कभी पुलिस की कुछ तफ्तीश मील का पत्थर साबित होती है और मुश्किल नजर आने वाला केस आसान हो जाता है। ऐसी ही पुलिसियां जांचों को नए पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग के दौरान विशेष तौर पर बताया जाता है।
अंबेडकरनगर में हुए सर्कस कलाकार अजब सिंह हत्याकांड का मामला भी कुछ ऐसा ही है, जिसे आने वाले समय में प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों के पाठ्यक्रम में शामिल करने की निर्णय लिया गया है। यह केस शुरू से ही काफी पेचीदा था क्योंकि पीड़ित का बॉडी पूरी तरह से जल चुका था और घटनास्थल पर ऐसा कोई सबूत पहली नजर में नहीं था, जिससे सीधे पुलिस आरोपियों के गिरेबां तक पहुंच सके।
कंडोम के सहारे आरोपियों तक पहुंची पुलिस
बीते 11 जून को जिले के भितरीडीह गांव के पास स्थित एक बंद पड़े स्कूल में एक अज्ञात शख्स की जली हुई लाश मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का फोरेंसिक टीम के साथ गरन निरीक्षण किया था। पुलिस टीम ने मौके से मिट्टी में सनी खून, मृतक के बाल, नशीली दवा सेंट्रोन और टाइमैक्स कंपनी का कंडोम बरामद किया था। शुरूआती जांच में जब पुलिस को आरपियों के बारे में कोई सुराग हाथ नहीं लगा तो उन्होंने कंडोम की पड़ताल शुरू कर दी।
पुलिस ने टाइमैक्स कंपनी के प्रतिनिधियों से संपर्क साधा तो पता चला कि इस कंडोम की बिक्री पश्चिमी यूपी में होती है। जिसके बाद पुलिस ने पश्चिमी यूपी से जिले में आए लोगों के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी। पुलिस को जांच में पता चला कि सहारनपुर जिले से भितरीडीह गांव तीन युवक सर्कस लगाने आए थे। तीनों आरती नामक महिला के घर में ठहरे थे। मगर वारदात के बाद से तीनों लापता हैं।
इसके बाद पुलिस ने वारादात की रात एक्टिव मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर डाला तो एक नंबर रात 9 बजे से बंद मिला। पुलिस ने जब उस नंबर की डिटेल निकाली तो वह सहारनपुर जिले की निकली। इसके बाद एक पुलिस टीम को सहारनपुर रवाना किया गया, वहां से वारदात में शामिल इमरान और फरमान को गिरफ्तार किया गया। इस हत्याकांड में भितरीडीह गांव का इरफान भी शामिल था। उसे भी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।
इसलिए हुई थी अजब सिंह की हत्या
सभी हत्यारों के पकड़ाने के बाद जब पूछताछ हुई तो उन्होंने सारी बात पुलिस के सामने उगल दीं। पुलिस ने बताया कि सर्कस जादूगर अजब सिंह इमरान और इरफान की बहनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसे लेकर दोनों उससे नाराज चल रहे थे और उसे सबक सिखाना चाहते थे। ये लोग अजब सिंह के साथ ही सर्कस चलाने का काम करते थे, फिर एक दिन अचानक अजब ने सर्कस का सारा सामान बेचने का फैसला कर लिया। जिस पर ये दोनों भड़क गए।
वारादात की रात गांव की ही महिला आरती के घर पर खाने के लिए मछली बनाई गई थी। रात 10 बजे इरफान, इमरान और फरमान गांव के उस बंद पड़े स्कूल पर अजब सिंह के साथ शराब पीने गए। इस दौरान आरोपियों ने जानबूझकर अजब सिंह को खूब शराब पिलाई। इसके बाद इरफान और इमरान के बीच अजब को जान से मारने के मुद्दे पर विवाद हो गया। इरफान हत्या के पक्ष में नहीं था। लेकिन इमरान ने नशे में पड़े अजब के सिर पर ईंट दे मारी। अजब की गंभीर हालात को देख उसने दोबारा उसके सिर पर वार किया और मौत के घाट उतार दिया।
अजब की हत्या के बाद उसकी लाश को वहीं पर फर्नीचर के सहारे जला दिया गया। शव को जलाने के बाद वे वापस आरती के घर पहुंचे और मोटरसाइकिल लेकर रात में ही रवाना हो गए। वे पहले मऊ गए, जहां कबाड़ वाले के यहां 3 हजार रूपये में बाइक गिरवी पर दे दी। उसके बाद दोनों इमरान और फरमान लखनऊ के रास्ते सहारनपुर स्थित अपने घर भाग गए। अंबेडकरनगर के एसपी अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि अजब सिंह हत्याकांड की तफ्तीश को पुलिस प्रशिक्षण सिलेबस में शामिल किया जाएगा।