मुख्तार अंसारी के बेटों के मकान पर खूब गरजा बुलडोजर, तीन मंजिला घर किया जमींदोंज
मऊ जनपद के थाना दक्षिण टोला क्षेत्र के जहांगीराबाद में दो मंजिला मकान पुलिस-प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है. यह घर मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी और छोटे बेटे उमर अंसारी के नाम पर बना था. बताया जा रहा है कि इस घर का नक्शा भी पास नहीं था और इसे अवैध जमीन पर बनाया गया था.
सिटी मजिस्ट्रेट ने जारी किया था आदेश
सिटी मजिस्ट्रेट ने नक्शा पास नहीं होने के कारण इसे गिराने का आदेश जारी किया था. इसके बाद पुलिस-प्रशासन बुलडोजर से इस घर को गिराने के लिए शुक्रवार को पहुंच गया और इस घर को जमींदोज कर दिया गया.
हाई कोर्ट ने खारिज कर दी थी याचिका
हालांकि, सिटी मजिस्ट्रेट मऊ के ध्वस्तीकरण आदेश के बाद अब्बास और उमर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में रिट पिटीशन दाखिल करके इस ध्वस्तीकरण के आदेश को चुनौती दी थी. इनके वकील के द्वारा जिलाधिकारी मऊ के यहां अपील दाखिल की गई थी. मगर, हाईकोर्ट ने दायर याचिका को खारिज कर दिया था.
मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बंद हैं अब्बास
बताते चलें कि ईडी ने अब्बास अंसारी को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था. इसके बाद 18 नवंबर 2022 को अब्बास अंसारी को प्रयागराज के सेंटर जेल से निकालकर हाई सिक्योरिटी वाली चित्रकूट की रगौली जेल में भेज दिया गया था. वहां, अब्बास की पत्नी निकहत अंसारी चोरी छुपे हर दिन जेल जाती थीं और तीन से चार घंटे पति के साथ बिताती थीं.
इस दौरान मुकदमे से जुड़े गवाहों और अधिकारियों को अब्बास फोन कर धमकाता था. इस बात का खुलासा हिरासत में लेकर पूछताछ किए जाने पर एक जेलकर्मी ने ही किया है. इस केस में निकहत अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया गया था.
इस मामले का खुलासा होने के बाद चित्रकूट जेल के अधीक्षक अशोक कुमार सागर और जेलर संतोष कुमार को हिरासत में लिया गया है. वहीं, दो दिन पहले ही मामले में डिप्टी जेलर और मुलाकात प्रभारी चंद्रकला को गिरफ्तार कर लिया गया था. लखनऊ के आशियाना कॉलोनी में चंद्रकला को उनके घर से अरेस्ट किया गया था.