कैबिनेट मंत्री निकाय चुनाव में नहीं बचा पाए अपना वार्ड, भाजपा प्रत्याशी की करारी हार
उत्तर प्रदेश के आगरा में सीएम योगी आदित्यनाथ के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय अपना ही वार्ड नहीं बचा पाए. योगेंद्र उपाध्याय, जिस वार्ड से आते हैं वहां एक निर्दलीय ने बीजेपी को पटखनी दे दी. वार्ड 76 से निर्दलीय श्रीराम धाकड़ की जीत हुई. धाकड़ ने 276 वोट से जीत दर्ज की. बता दें कि, बीजेपी ने राम धाकड़ का पार्षद का टिकट काट दिया तो उन्होंने बगावत कर दी. निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में वह चुनाव मैदान में उतरे. पार्टी के लोगों ने उन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने. उन्होंने ऐलान कर दिया कि वह हारें या जीतें लेकर अपने दमखम पर चुनाव लड़ेंगे. पार्टी ने उनका टिकट काट दिया लेकिन उन्होंने पार्टी से प्रतिशोध लेने के लिए ही निर्दलीय चुनाव लड़ा.
इस वार्ड में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और एमएलसी विजय शिवहरे भी रहते हैं. दिग्गज नेताओं के वार्ड में बीजेपी की हार को लेकर तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है. यहां से ओमप्रकाश धाकड़ पूर्व पार्षद को बीजेपी ने चुनाव लड़ाया था. कैबिनेट मंत्री और एमएलसी के आशीर्वाद से ही ओमप्रकाश धाकड़ को टिकट मिली था. राम धाकड़ ने टिकट वितरण को चुनौती देते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.
2017 में क्या थे नतीजे
आगरा मेयर पद पर बीजेपी का 34 साल से कब्जा है. पिछले चुनाव में बीजेपी के नवीन जैन ने यहां से चुनाव जीता था. इस बार चुनाव में 14 लाख 67 हजार 796 मतदाता थे, जिनमें से सिर्फ 5 लाख 44 हजार 111 लोगों ने अपने मत का इस्तेमाल किया. वहीं मेयर पद के लिए 10 उम्मीदवार, तो 100 वार्डों के लिए 562 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. वहीं साल 2017 के नगर निगम चुनाव में 40.06% वोटिंग हुई थी. इसमें बीजेपी उम्मीदवार नवीन जैन 42.77 प्रतिशत मत हासिल कर मेयर बने थे. वहीं दूसरे नंबर पर बसपा के दिगंबर सिंह धाकरे रहे, जिन्हें 28.18 वोट मिले थे. बीजेपी के नवीन जैन करीब 2 लाख के बड़े अतंर से चुनाव जीते थे.