अश्लील किताबें बेचने के आरोप में वालमार्ट व फ्लिपकार्ट पर केस दर्ज, गाजियाबाद सीजेएम के आदेश पर दर्ज हुआ केस
अश्लील किताबें ऑनलाइन बेचने के मामले में उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद में कई ईकॉमर्स कंपनियों पर FIR हुई है। FIR में 4 कंपनी अमेरिका की वॉलमार्ट, भारत की फ्लिपकार्ट, एटलांटिक पब्लिकेशन नई दिल्ली, इंस्टाकार्ट सर्विस प्रालि बंगलुरू सहित इससे जुड़े 54 अधिकारियों के नाम हैं।
अधिवक्ता ने पहले ऑनलाइन किताब मंगवाई, फिर कराई FIR
गाजियाबाद के संजयनगर में रहने वाले अधिवक्ता गौरव शर्मा ने चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट (CJM) के आदेश पर 38 पेज की FIR थाना मधुबन बापूधाम में कराई है। गौरव शर्मा के अनुसार, पिछले साल उनके संज्ञान में ये मामला आया कि कुछ ईकॉमर्स वेबसाइट पर अश्लील सामग्री वाली किताबें बेची जा रही हैं। उन्होंने एक किताब ऑनलाइन ऑर्डर करके सुबूत के रूप में मंगवाई। इसके बाद उन्होंने लोकल पुलिस में एप्लीकेशन दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।
ईकॉमर्स कंपनियों पर महिला आयोग के नोटिस का भी नहीं हुआ असर
जिसके बाद अधिवक्ता ने पूरे मामले की शिकायत राष्ट्रीय महिला आयोग में की। महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ईकॉमर्स कंपनियों को नोटिस जारी किया, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। जिसके बाद पीड़ित अधिवक्ता ने मुकदमे के लिए CJM कोर्ट में अर्जी दी। अधिवक्ता गौरव शर्मा ने करीब 450 पेज के सुबूत कोर्ट को दिखाए। इसमें उन्होंने ईकॉमर्स वेबसाइट पर उपलब्ध अश्लील किताबों के स्क्रीनशॉट भी लगाए। सारे सुबूत देखने के बाद कोर्ट ने मुकदमे का आदेश दिया।
चार कंपनियां और इसके 54 अधिकारी हुए नामजद
थाना मधुबन बापूधाम में शुक्रवार देर रात IPC सेक्शन-292, 293 और IT सेक्शन-67, 67A में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसमें वॉलमार्ट कंपनी अमेरिका के डायरेक्टर एंड चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, बोर्ड चेयरमैन, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, सभी डायरेक्टरों को आरोपी बनाया है। इसी तरह फ्लिपकार्ट इंडिया के सभी चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर और सभी बोर्ड मेंबर आरोपी बने हैं। एफआईआर में चार कंपनियां और इससे जुड़े 54 लोग नामजद हैं, जबकि कुछ अज्ञात में दर्शाए हैं।