सीआरपीएफ कमांडेंट के पांच ठिकानों पर सीबीआइ की छापेमारी, आय से 5.61 करोड़ रुपये की अधिक संपत्ति मिली
लखनऊ: सीबीआई की टीमों ने शनिवार को लखनऊ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 93वीं वाहिनी के कमांडेंट नीरज कुमार पांडेय के ठिकानों पर रेड की. शनिवार को सुबह शुरू हुई यह छापेमारी देर रात तक 93वीं वाहिनी परिसर स्थित उनके आवास,दफ्तर के साथ नोएडा,मीरजापुर और दिल्ली में उनके ठिकानों पर चल रही हैं. नीरज कुमार के खिलाफ दो दिन पहले ही सीबीआई ने जांच के बाद आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की एफआईआर दर्ज की थी.
सीबीआई के मुताबिक छापेमारी में नीरज कुमार पांडेय और उनके परिवार के सदस्यों के नाम रांची, वाराणसी, नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे पर 4.6 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां पाई गईं. नीरज और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में (बैंक बैलेंस और सावधि जमा के रूप में) 1.02 करोड़ रुपये पाए गए. जबकि, उनकी पत्नी के खातों से उस वक्त तक 6.18 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन सीबीआई को मिला. छापे के दौरान कुछ कंपनियों की भी जानकारी मिली है, जो उनके या उनके परिवार के सदस्यों द्वारा संचालित हैं.
क्या है मामला ?
सीआरपीएफ के आईजी वर्तुल कुमार ने नौ जून 2022 को सीबीआई निदेशक को पत्र लिख कर कमांडेंट नीरज कुमार पांडेय के खिलाफ उनकी संपत्तियों की जांच का अनुरोध किया था. कहा था कि नीरज पांडेय ने अपने और अपने परिवार के नाम काफी चल और अचल संपत्ति अर्जित कर रखी है, जो उनकी आय से अधिक है. उन्होंने सीबीआई को लिखे गए पत्र में नीरज कुमार पांडेय, उनकी पत्नी और बच्चों की संपत्तियों का भी उल्लेख किया था. सीबीआई मुख्यालय ने इसकी जांच लखनऊ शाखा को सौंपी थी.
CBI की लखनऊ शाखा कर रही रेड
सीबीआई लखनऊ शाखा ने मामले की जांच शुरू की तो पाया कि नीरज कुमार पांडेय और उनके परिवार की एक जनवरी 2014 से 31 मार्च 2022 तक की आय 1,44,48,296 रुपये थी. जबकि, उनके और उनके परिवार के पास इस दौरान जमा की गई चल और अचल संपत्ति 9,37,61,080 रुपये की है. इस हिसाब से इस दौरान कमांडेंट नीरज कुमार पांडय ने 5.20 करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति अर्जित की. जो उनकी आय से 108 फीसदी अधिक है. इसी आधार पर जांचकर्ता इंस्पेक्टर आशीष कुमार सिंह ने 16 मार्च 2023 को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर अपने यहां दर्ज की थी. इसी एफआईआर को लेकर सीबीआई टीमें शनिवार को छापेमारी कर रही थीं.