3 लाख रिश्वत नहीं देने पर जेल भेजने की धमकी से परेशान महिला ने की आत्महत्या परिजनों ने कोतवाली पर शव के साथ किया प्रदर्शन नारेबाजी
दनकौर/ग्रेटर नोएडा। डॉ. सतीश शर्मा जाफराबादी।दनकौर निवासी एक महिला ने पुलिस उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद महिला के परिजनों और गांव वालों ने दनकौर कोतवाली पर शव के साथ प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
दनकौर कस्बा निवासी महिला मोनी ने बुधवार को अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। पोस्टमार्टम के बाद एंबुलेंस में मोनी के शव को परिजन कोतवाली ले आए। कोतवाली पर एंबुलेंस में रखे शव के साथ आक्रोशित लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। मौके पर ईकोटेक, रबूपुरा और दनकौर पुलिस बल तैनात रहा। आक्रोशित परिजन हल्का दरोगा रामभजन सिंह पर 3 लाख की रिश्वत नहीं देने पर महिला के मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगा रहे थे। दनकौर कोतवाल संजय कुमार सिंह ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को काफी समझाने बुझाने की कोशिश की लेकिन महिला के परिजन और परिवार के लोग काफी देर तक हो हल्ला हंगामा और चीख-पुकार मचाते रहे। उन्होंने दरोगा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसीपी थर्ड और एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा भी काफी देर बाद मौके पर पहुंचे। आक्रोशित लोगों ने अधिकारियों को भी खूब जमकर खरी-खोटी सुनाई।
मृतक महिला के खिलाफ कोर्ट के आदेश ननद ने दर्ज कराया था मुकदमा
मृतक महिला मोनी देवी के खिलाफ उसकी ही रिश्तेदार हसीबा गांव निवासी मीनू ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया था मोनी और उसके पति विपिन सहित चार लोगों पर मीनू ने अपनी पुत्री के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था।
दरोगा रामभजन ने ₹500000 रिश्वत मांगी थी
दुष्कर्म के मामले को रफा-दफा करने के लिए ही हल्का के दरोगा ने मोनी से रिश्वत मांगी थी। आरोप है कि दरोगा ने 5 लाख की रिश्वत मांगी। जिसमें से दो लाख दरोगा को मिल भी गए थे। 3 लाख रुपए के लिए दरोगा कई दिनों से मोनी और उसके परिजनों पर दबाव बना रहा था। परिजनों का आरोप है कि दरोगा द्वारा लगातार प्रताड़ित कर रिश्वत मांगने और नहीं देने पर जेल भेजने की धमकी से वह परेशान थी। इसी परेशानी में उसने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
दरोगा के खिलाफ जांच शुरू
दरोगा राम भजन सिंह के खिलाफ अपर आयुक्त कानून और व्यवस्था आनंद कुलकर्णी के आदेश पर डसीपी ग्रेटर नोएडा द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। मौके पर पहुंचे एडिशनल डीसीपी अशोक कुमार ने कहा कि पीड़ित परिजनों ने दरोगा पर रिश्वत का आरोप लगाया है मामले की जांच की जा रही है जांच के बाद सत्यता पाए जाने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
-अशोक कुमार, एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा
मीनू की भी 15 दिन पहले सड़क हादसे में हो गई थी मौत मां की हत्या का भी लगा था आरोप
मोनी और उसके पति के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराने वाली हतेवा गांव निवासी मीनू की भी 15 दिन पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। मीनू और उसके पति पर अपनी मां की हत्या का भी आरोप था।
जेवर गिरवी रख कर दी थी दारोगा को रिश्वत
पीड़ित परिवार ने दरोगा को जेवर बेचकर 2 लाख की रिश्वत दी थी। दरोगा 3 लाख की रिश्वत और मांग रहा था। इसी से परिवार के लोग और मृतक महिला काफी तनाव में थे। आरोप है कि दरोगा इससे पूर्व भी कई मामलों में लोगों से रिश्वत बटोर चुका है।