दनकौर, बिलासपुर और मंडी में चोरी-चुपके चौगुनी कीमत पर गोदामों से बिक रहे पटाखे और आतिशबाजी का सामान
दनकौर/बिलासपुर, संवाददाता। दनकौर, बिलासपुर और मंडी श्याम नगर कस्बे के बाजार में गोदाम और घरों में रखे स्टॉक से चोरी छुपे धडल्ले से पटाखे और आतिशबाजी के सामान की बिक्री हो रही है। पटाखे और आतिशबाजी का सामान इस बार चौगुनी कीमत पर चोरी छुपे बेचा जा रहा है। ओने पौने दामों पर बेचे जा रहे पटाखों से दुकानदारों की खूब चांदी हो रही है। शौक पूरा करने के लिए खरीदने वाले लोग बेमन महंगे पटाखे खरीद रहे हैं।
घरों और गोदाम में आतिशबाजी और पटाखों के स्टॉक से कोई हादसा हो सकता है लेकिन पुलिस और इस धंधे में मुनाफाखुरी कमाने वाले इससे बेखबर हैं।
खुलेआम पटाखे और आतिशबाजी का सामान बेचने पर प्रतिबंध है लेकिन इस धंधे में लगे दुकानदार घर और गोदामों से गुपचुप ढंग से इनकी बिक्री कर रहे है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते कस्बे के बाजारों में सरेआम तो पटाखे की बिक्री नहीं हो रही लेकिन लंबा गलियारा, लंबा बाजार, झाझर रोड, धनौरी रोड के दो दर्जन से अधिक बड़े दुकानदार अपने घर और गोदाम से पटाखों की बिक्री कर रहे हैं। वही बिलासपुर कस्बे के और मंडी श्याम नगर के बाजारों में भी इसी तरह पटाखे बेचे जा रहे हैं। बाजार में रेहडी पटरी वाले भी कैलेंडर और सजावटी सामान के नीचे पटाखे छुपा कर बेच रहे हैं।
ऐसे में जहां उच्चतम न्यायालय के नियम निर्देशों का उल्लंघन हो रहा है वही धूम धमाके के शौकीनों को महंगे दामों पर पटाखे और आतिशबाजी का सामान उपलब्ध हो रहा है।
पटाखा खरीद कर गांव ले जा रहे ग्रामीण ने बताया पटाखे जितने चाहे खरीद लो लेकिन महंगे मिल रहे हैं।
कस्बे के ही कुछ दुकानदारों का कहना था कि पुलिस की मिली भगत से ही है पटाखे बेचे जा रहे हैं। गोदामों और घरों में पटाखे का स्टॉक होने से अचानक कोई हादसा भी हो सकता है लेकिन पुलिस और पटाखा बेचने वाले इससे बेखबर हैं।
इस संबंध में दनकौर कोतवाल संजय कुमार सिंह का कहना था कि बाजार में पटाखे बेचे जाने की जानकारी नहीं है। यदि गुपचुप ढंग से कोई पटाखा बेच रहा है तो चेकिंग अभियान चलाया जाएगा।