एयरपोर्ट की उड़ान से पहले धनोरी वेटलैंड के पास 10 हेक्टेयर में बनेगा वन्य जीव संरक्षण केंद्र
ग्रेटर नोएडा/ डॉ. सतीश शर्मा जाफराबादी। धनोरी वेटलैंड के समीप यमुना विकास प्राधिकरण वन्य जीव संरक्षण केंद्र बनाएगी। जेवर एयरपोर्ट की उड़ान शुरू होने से पहले उड्डयन मंत्रालय के निर्देश पर यह काम पूरा किया जाएगा। 10 हेक्टेयर जमीन पर 5 करोड़ की लागत से वन्य जीव संरक्षण केंद्र बनाया जाएगा। पहले यह काम वन विभाग को करना था लेकिन अब यमुना विकास प्राधिकरण को यह जिम्मेदारी मिली है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर शुरू होने से पहले एनिमल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर (पशु (वन्यजीव) बचाव एवं पुनर्वास केंद्र) बन जाएगा। एयरपोर्ट के आसपास काले हिरण, सारस, नील गाय आदि बहुतायत में रहते हैं। इसके चलते वन्य जीव संस्थान देहरादून से बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन प्लान (जैव विविधता संरक्षण योजना) बनवाया गया था। इसमें एनिमल रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर का प्रस्ताव दिया गया था। प्लान में दिए गए सुझाव को कई चरणों में लागू किया जाना है।
यह केंद्र दस हेक्टेयर में बनेगा। इसमें पांच हेक्टेयर जमीन यमुना प्राधिकरण और पांच हेक्टेयर जमीन वन विभाग देगा। यह जमीन सेक्टर-17ए में है। केंद्र के निर्माण पर 4.5 करोड़ और वेटलैंड के सुधार पर 90 लाख रुपये खर्च होंगे। यह रकम नायल के हिस्सेदारों को देनी होगी। पहले इसको बनाने की जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई थी। गत 14 अगस्त को लखनऊ में हुई बैठक में वन विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इस केंद्र को बनवाने की जिम्मेदारी यमुना प्राधिकरण को सौंपी है। जल्द ही इसका आदेश आ जाएगा।
पशु बचाव एवं पुनर्वास केंद्र में बनने वाले पशु अस्पताल में 74 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। बंदर, नील गाय, काले हिरण और अन्य जानवरों के लिए अलग-अलग इनक्लोजर बनेंगे। इसके अलावा सब स्टेशन, गार्ड रूम, पानी आपूर्ति के लिए नलकूप, हट‘स आदि बनाई जाएंगी। ग्रास लैंड मैनेजमेंट, पेट्रोलिंग, दो वाच टॉवर बनाए जाएंगे। वन्य जीवों के संरक्षण के लिए एयरपोर्ट परियोजना के 10 किलोमीटर के एरिया में सर्वे हुआ था। सर्वे में इस क्षेत्र में 176 सारस मिली हैं। इसके अलावा 258 काले हिरण मिले हैं। इन सभी प्रकार के वन्यजीवों के संरक्षण की कवायद जल्दी ही शुरू होगी। वन्य जीव संरक्षण केंद्र लोगों के लिए भी खासा आकर्षण का केंद्र बनेगा। वहीं धनौरी वेटलैंड का भी महत्व यहां वन्य जीव संरक्षण केंद्र बनने से बढ़ जाएगा।