दादरी के कंटेनर डिपो से गुजरात के मुंद्रा तक शुरू हुई डबल स्टैक मालगाड़ी, महज 30 घंटे में पूरा किया सफर
– डबल सामान लेकर 100किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी मालगाड़ी, 70 घंटे का मार्ग 30 घंटे में किया पूरा
-20 अप्रैल को दादरी से गुजरात के मुद्रा पोर्ट के लिए किया गया था रवाना
-आयात-निर्यातक उद्यमियों के लिए ईस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कारिडोर साबित होगा मील का पत्थर
ग्रेटर नोएडा। भारतीय कंटेनर निगम लिमिटेड (कानकोर दादरी) के सीएमडी वी कल्याण रामा ने कहा कि दादरी कंटेनर डिपो से डबल स्टेक मालगाड़ी को 20 अप्रैल को मुंद्रा पोर्ट तक रवाना किया था। अभी तक केवल एक ही डबल डेकर मालगाड़ी को चलाया जा रहा है। जबकि जल्द ही इनकी संख्या तीन कर दी जाएगी। इससे न सिर्फ उद्यमी को माल पहुंचाने में सहूलियत होगी बल्कि ढुलाई किराया भी कम होगा। इससे उत्पादन क्षमता से लेकर मुनाफे में भी इजाफा होगा। हाल ही में किराए में कुछ कमी की गई है और उसे एक मई से लागू किया जाएगा। वे बुधवार को ग्रेटर नोएडा के क्राउन प्लाजा होटल में उद्यमियों के कार्यशाला में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि दादरी में आईसीडी को साल-2004 में स्थापित किया गया था। ईस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कारिडोर की गुजरात के मुंद्रा पोर्ट तक की 1178 किमी की दूरी को मात्र 30 घंटे में पूरा किया है। इससे देशभर में मालगाड़ियों से कम समय में ज्यादा माल पहुंचाया जा सकेगा। जो माल दादरी के आईसीडी से गुजरात के मुंद्रा पोर्ट तक 70 घंटे में पहुंचता था, वह अब वह 30 घंटे में पहुंच रहा है। इसे जल्द से 24 और फिर 22 घंटे में पहुंचाया जाएगा। यह औद्योगिक समूहों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इसके अलावा प्रदूषण को कम करने के लिए यह कारिडोर अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
डीएफसीसी के निदेशक नंदूरी श्रीनिवास ने कहा कि डबल डैकर मालगाड़ी (स्टैक) से एक बार में 180 कंटेनर रवाना किए जा सकेंगे। जबकि पहले केवल 90 कंटेनर ही भेजे जा सकते थे। दादरी आईसीडी न केवल गौतमबुद्धनगर बल्कि पूरे यूपी, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और एनसीआर में माल पहुंचाने का केंद्र बन गया है। ज्यादा माल ले जाने के लिए एक साथ दो माल गाड़ियों को जोड़ा जाता था। मगर अब एक ही माल गाड़ी से काम पूरा किया जाएगा। अब ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कारिडोर से ज्यादा से ज्यादा बंदरगाह तक मालगाड़ी पहुंच सकेंगी। इस मौके पर कानकोर के निदेशक संजय स्वरूप, कार्यकारी निदेशक कानकोर कमल जैन, मुख्य महाप्रबंधक विजोय कुमार सिंह व मुख्य प्रबंधक जितेंद्र कुमार जींगर सहित निर्यात और आयात से जुड़े अन्य उद्यमी मौजूद रहे।