16 घंटे 7 मिनट तक लालू यादव के समधी के घर चली ED की कार्रवाई, दस्तावेज सील कर 12 बजे बाहर निकली टीम
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद (Ghaziabad) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) नेता जितेंद्र यादव (Jitendra Yadav) के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने शुक्रवार को छापा मारा. पिछले चार घंटे से यह छापेमारी जारी है. जितेंद्र यादव बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव (Lalu Yadav) के समधी हैं. उनके बेटे राहुल की शादी लालू यादव की बेटी रागिनी से हुई है. हालांकि इस छापेमारी में क्या-क्या दस्तावेज पाए गए हैं इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है.
बताया जा रहा है कि सुबह 8 बजे से यह छापेमारी जारी है और ईडी की टीम दस्तावेज खंगाल रही है. पुलिस के अधिकारी भी सुरक्षा की दृष्टि से मौके पर मौजूद हैं. बता दें कि लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव के परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं. लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव के दिल्ली में मौजूद घर पर भी छापेमारी की गई है. इसके साथ ही इस मामले में 24 जगहों पर छापेमारी की गई है. वहीं, प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई को समाजवादी पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश करार दिया है.
गठबंधन को परेशान करने के लिए छापेमारी – जितेंद्र यादव
सपा गठबंधन से खतौली विधायक मदन भैया ने एबीपी गंगा से बातचीत में इस छापेमारी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. मदन भैया ने कहा, ‘जहां-जहां गठबंधन मजबूत हो रहा है. वहां गठबंधन को परेशान करने के लिए बड़े नेताओं, उनके रिश्तेदारों और दोस्तों के घर पर छापेमारी की जा रही है. बिहार में लालू यादव बड़ा नाम हैं, बीजेपी को गिराकर वहां गठबंधन की सरकार बनी है इसलिए यह छापेमारी की जा रही है. 2024 से पहले विपक्ष को कमजोर करने के लिए यह छापेमारी हो रही है. लालू यादव, जितेंद्र यादव और तेजस्वी यादव पहले भी यहीं थे, उनके खिलाफ यह कार्रवाई पहले क्यों नहीं हुई?’ जितेंद्र यादव ने ईडी के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा, ‘आज कल संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग हो रहा है. यह छापेमारी भी दुरुपयोग का एक तरीका है.’