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‘पति कहता है- ज्योति मौर्य नहीं, जूती बनाकर रखूंगा’ महिला ने मंत्री को सुनाई आपबीती

कन्नौजः ज्योति मौर्या का केस न केवल उसे खुद परेशानी में डाले हुए है बल्कि इसका दुष्परिणाम उन सभी महिलाओं को परेशान कर रहा है जो पढ़-लिखकर आगे बढ़ना चाहती हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक महिला को उसके पति ने पढ़ाने से इनकार कर दिया है। महिला ने इसे लेकर सदर विधायक और राज्यमंत्री असीम अरुण तक से गुहार लगाई है। शनिवार को असीम अरुण के दफ्तर पहुंची कन्नौज के दलेलपुर गांव की रहने वाली दीक्षा ने बताया कि उसकी शादी के महज 3 महीने बाद वह बी-एड की परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र लेने जा रही थी। इस बात का पता उसके पति विजय को लगा तो वह आग बबूला हो गया।

महिला ने बताया कि उसके पति ने उससे फोन छीन लिया और मारपीट भी की। पीड़िता ने पति, देवर और जेठ पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उसके पति ने अपने भाई के साथ मिलकर मेरे साथ मारपीट की और धमकी भरे अंदाज में कहा कि मैं उसे पैर की जूती बनाऊंगा न कि ज्योति मौर्या।

क्या है ज्योति मौर्या का विवाद

दरअसल, सोशल मीडिया पर एसडीएम ज्योति मौर्या का मामला आजकल चर्चा में है। साल 2015 में आलोक मौर्या की पत्नी का यूपीपीसीएस परीक्षा में चयन हुआ था। शादी के 13 साल बाद ज्योति और आलोक के रिश्ते में अचानक विवाद बढ़ गया और दोनों एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाने लगे। इस विवाद के बीच होमगार्ड विभाग के जिला कमांडेंट मनीष दुबे भी चर्चा में आए, जिनका ज्योति मौर्या के साथ संबंध की चर्चा ने काफी जोर पकड़ा।

पंचायती राज विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी आलोक मौर्य ने बरेली में तैनात पत्नी ज्योति मौर्या पीसीएस अधिकारी और उनके कथित प्रेमी मनीष दुबे (होमगार्ड कमांडेंट) पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। पीड़ित पति ने धूमनगंज थाने के अलावा होमगार्ड मुख्यालय में भी इसकी तहरीर दी। एक तरफ ज्योति मौर्या का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है तो दूसरी तरफ इसके कुछ दुष्परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। कन्नौज की दीक्षा इसका जीता-जागता उदाहरण है।

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