अलीगढ़ में कई भाजपा नेताओं पर गिरेगी गाज, पुलिस ने तैयार की 7 नेताओं की क्राइम हिस्ट्री…VIDEO
अलीगढ़ में भाजपा नेताओं की पुलिस ने क्राइम हिस्ट्री तैयार की है. सात भाजपा युवा नेताओं पर मुकदमें की हाफ सेंचुरी बनी है. भाजपा के युवा नेता संजू बजाज पर 10 थानों में जानलेवा हमला सहित 26 एफआईआर दर्ज है. संजू बजाज भाजपा में महानगर जिला मंत्री है. हरजीत सिंह पर धारा 307 सहित 8 मुकदमें, राकेश सहाय पर चार मुकदमे, विनय वार्ष्णेय पर चार और संजय शर्मा और बृजेश कंटक पर दो-दो मुकदमे दर्ज हैं. वहीं अलीगढ़ पुलिस अन्य नेताओं की भी क्राइम हिस्ट्री तैयार कर रही है.
भाजपा के युवा नेताओं पर दर्ज है गंभीर मुकदमे
यह लिस्ट जारी करने की सुहबुगाहट के बाद भाजपा नेताओं में खलबली मच गई है. सभी भाजपा के युवा नेता है. जिनके खिलाफ ज्यादा मुकदमें दर्ज है. जिसमें जानलेवा हमले, मारपीट, धमकी आदि के मुकदमें शामिल हैं. जिसमें भाजपा के महानगर जिला मंत्री पर 26 मुकदमे दर्ज हैं. यह मुकदमें शहर से लेकर देहात के थानों में दर्ज है. जैसे ही भाजपा नेताओं के आपराधिक इतिहास की क्राइम लिस्ट सामने आई है. खलबली मच गई है. वहीं पुलिस अन्य पार्टी के नेताओं की लिस्ट भी तैयार कर रही है. हालांकि जिले में अन्य पार्टी के नेता भी ऐसे हैं. जिन पर मुकदमे चल रहे हैं. जिन का आपराधिक इतिहास सामने आ सकता है.
नेताओं का खंगाला जा रहा आपराधिक इतिहास
शहर में आए दिन माहौल खराब करने का प्रयास करने वाले राजनीतिक पार्टी के पदाधिकारी और नेता पुलिस के रडार पर हैं. पुलिस प्रशासन ने ऐसे नेताओं की लिस्ट तैयार की है. इस लिस्ट में ऐसे नेता है जिनका लंबा आपराधिक इतिहास है. कुछ नेता ऐसे हैं जो शहर में होने वाली घटना में अक्सर देखे जा सकते हैं. पुलिस का मानना है कि ऐसे नेता थाने का घेराव भी करते हैं. साथ ही हंगामा कर माहौल खराब करने का प्रयास करते हैं. ऐसी स्थिति में प्रशासनिक अधिकारियों से टकराव की स्थिति भी पैदा होती है.
पत्र सोशल मीडिया
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प्रशासन कर सकती है निरोधात्मक कार्रवाई
पुलिस ने ऐसे नेताओं की पड़ताल की तो अधिकतर का आपराधिक रिकॉर्ड निकल कर सामने आया है. पुलिस ने ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार की है. हालांकि ऐसी लिस्ट अभी सार्वजनिक नहीं की गई है. प्रशासन स्तर से इस लिस्ट के आधार पर पुलिस कार्रवाई कर सकती है. हालांकि मामले में एडीएम सिटी अमित कुमार का कहना है कि आए दिन थाने में हंगामा करते हैं. उनमें कुछ पर आपराधिक मुकदमें हैं और कुछ पर काफी संख्या में हैं. ऐसे लोगों का आपराधिक इतिहास मांगा गया है. जिसके बाद निरोधात्मक कार्रवाई पर विचार किया जाएगा.