ग्रे नोएडादिल्ली/एनसीआर

घर से मेट्रो स्‍टेशन पहुंचना होगा आसान, शहर में चलेंगी 100 स‍िटी बसें, GNIDA का नोएडा मेट्रो के साथ होगा करार

नोएडा मेट्रो से सफर करने वालों को अगले महीने बड़ी सौगात मिलने वाली है। इन्हें लास्ट माइलेज कनेक्टिविटी की सुविधा मिलेगी। ग्रेटर नोएडा के रिहायशी इलाकों से मेट्रो में सफर करने वालों के लिए 100 सिटी बसों का संचालन किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (जीएनआईडीए) इसकी शुरुआत करने जा रहा है। सभी बसें रिहायशी इलाकों से मेट्रो स्टेशन तक चलेंगी। अथॉरिटी के मुताबिक मार्च के अंत से यह सेवा शुरू हो जाएगी। नोएडा मेट्रो रेल निगम के अनुसार हर दिन ग्रेटर नोएडा से 15000 लोग मेट्रो स्टेशन पहुंचते हैं।

इन लोगों के पास मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने के लिए कोई विशेष कनेक्टिविटी नहीं है। ऐसे सभी लोगों को ऑटो, कैब वालों को मनमाना किराया देकर मेट्रो स्टेशन पहुंचना पड़ता है। बहुत से लोग पैदल भी पहुंचते हैं। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अनुसार उनकी योजना है कि शहर के अलग-अलग इलाकों से सफर करने वालों को 12 महीनों मेट्रो स्टेशन पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं हो।

रूट, समय, किराए का किया जाएगा निर्धारण

ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारी का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद बसों के रूट, समय, किराए और अन्य तकनीकी पहलुओं पर काम किया जाना है। इसको लेकर नोएडा मेट्रो रेल निगम (एनएमआरसी) के साथ एक समझौता भी किया जाना है। इनके साथ विचार-विमर्श करने के बाद ही बसों का किराया तय होगा।

ग्रेटर नोएडा से गाजियाबाद लाइन पर भी चलनी हैं बसें

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा शहर से गाजियाबाद लाइन पर जून 2022 में 25 ई-बसों के संचालन का प्रस्ताव बनाया गया था। अब इन 100 बसों का संचालन शुरू किए जाने के कारण उस प्रोजेक्ट में बदलाव कर दिया गया। प्राधिकरण ने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन (यूपीएसआराटीसी) के साथ जुड़े एकरारनामे को विस्तार दे दिया। जो सिटी कनेक्टिविटी बसें विशेष कर परी चौक, सूरजपुर, पीआई 3, नॉलेज पार्क 2 और जीबी यूनिवर्सिटी के लिए संचालित होती हैं। प्राधिकरण ने यूपीएसआरटीसी के सहयोग पिछले साल जनवरी में 5 रूटों पर सुबह 6:30 बजे से शाम तक सिटी बसों का संचालन शुरू किया था। बता दें ग्रेटर नोएडा से मेट्रो स्टेशन जाने एवं वहां से घर लौटने में सबसे अधिक परेशानी महिलाओं एवं युवतियों को होती है। लंबे समय यह लोग सिटी बसों का संचालन शुरू कराने की मांग भी कर रहे थे।

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