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मोतीपुर गांव का संपर्क कटा खादर में सैंकड़ों लोगों के मकान डूबे मकनपुर के ग्रामीणों ने दी शरण

दनकौर/ जेवर/रबूपुरा/ग्रेटर नोएडा। संवाददाता। यमुना में आई बाढ़ के पानी से मोतीपुर गांव का संपर्क जिला मुख्यालय और आसपास के शहरों से कट गया है। मोतीपुर गांव के चारों तरफ कई फीट पानी भर गया है। गांव के लोगों को बढ़ते पानी का डर सता रहा है।
गांव में बाढ़ के पानी के घुसने की आशंका के चलते ग्रामीणों ने परिवार की महिलाएं और बच्चों को सुरक्षित रिश्तेदारों के यहां भेज दिया है। इस समय गांव में सिर्फ 15 आदमी हैं। गांव के प्रदीप, चतर सिंह, नरेश, जगराम आदि ने बताया कि वह गांव से शहर नहीं आ सकते। गांव की बिजली कटी पड़ी है। ऐसे में खाने पीने की वस्तुओं का टोटा पड़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि कोई भी प्रशासनिक अधिकारी उनके गांव में नहीं पहुंचा। गांव में ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गांव के बाहर बह रही यमुना नदी के तटबंध को शिकायत के बावजूद मजबूत नहीं किया गया था। तटबंध के रात्रि में कटने की आशंका है
उधर मकनपुर खादर गांव में भी रात्रि को बाढ़ के पानी की पानी के घुसने की आशंका है। ग्रामीण सुनील ने बताया कि बांध तक पानी लग गया है। बांध के पार पानी मुश्किल से आ पाएगा लेकिन छांयसा जंगल की तरफ से खेतों के रास्ते गांव में पानी गांव के बाहर तक घुस गया है। ग्रामीणों को आशंका है कि देर रात उनके गांव में पानी भर सकता है। गांव के लोग पानी की पहरेदारी कर रहे हैं। उधर शुक्रवार को गांव मकनपुर लतीफपुर के खादर में घर बना कर खेतीवाड़ी करने वाले लगभग दो दर्जन सरदार परिवारों के घर पानी में डूब गए हैं। मकनपुर गांव के ग्रामीणों ने सभी परिवारी जनों को सुरक्षित निकालकर अपने गांव में पनाह दी है। छांयसा के जंगल में रह रहे दो दर्जन लोगों को गांव में शिफ्ट कर दिया गया है।

सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हुई ।दनकौर के अट्टा गुजरान, नवरंगपुर, जगनपुर, मुर्शदपुर और बेला कला गांव के किसानों की फसलें बाढ़ के पानी में डूब गई है। सैकड़ों बीघा भूमि से धान, बाजरा, मक्का की फसल बर्बाद हो गई है। किसान अरविंद सेक्रेटरी और रमेश कसाना ने बताया कि किसानों ने मेहनत से फसल तैयार की थी लेकिन लाखों की फसल डूबने से किसानों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। प्रशासनिक अधिकारियों ने मकनपुर जाकर बाढ़ के पानी की स्थिति का जायजा लिया और ग्रामीणों को सचेत किया है। एसडीएम सदर अंकित कुमार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों की हर संभव मदद का प्रयास किया जा रहा है। जहां लोग फंसे हुए थे वहां रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

जेवर में तटबंध को किया गया मजबूत जेवर खादर के झुप्पा छतांग, कानीगड़ी शमशम नगर रामपुर कररोल आदि गांव में भी बाढ़ का पानी खेतों में घुस गया है सैकड़ों बीघा किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। बाढ़ के प्रकोप को बचाने के लिए टप्पल जेवर तटबंध को मजबूत किया जा रहा है। जेवर विधायक एसडीएम जेवर और प्रशासनिक अफसरों ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर ग्रामीणों को हरसंभव मदद देने का भरोसा भी दिया है।

रबुपुरा के फलेदा और चंडीगढ़ गांव में भी स्थिति खराब हो गई है चंडीगढ़ गांव पानी से घिर गया है। गांव के लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। वहीं फलौदा बागपुर सड़क मार्ग पानी से डूब गया है। फलेदा और आसपास के ग्रामीणों को हरियाणा के इलाके में आने जाने में असुविधा हो रही है।

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