जेल में झाड़ू लगा रहा माफिया अतीक अहमद, भैंसों के बीच बीता रहा समय
माफिया अतीक अहमद को उमेश पाल अपहरण मामले में सश्रम उम्रकैद की सजा हुई. साल 2006 के अपहरण के मामले में प्रयागराज की एमपीएमएलए कोर्ट ने माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई है. अतीक अहमद को इस सुनवाई के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था. अब उसे वापस साबरमती जेल भेज दिया गया है, यहां जेल में अतीक को कैदी नंबर ‘D17052’ की नई पहचान मिली है. इसके साथ ही अय्याशी की जिंदगी जीने वाला अतीक अब जेल में रोटी, दाल और चावल खा रहा है.
जेल में अतीक अहमद की बैरक भी बदल दी गई है और उसे सजायाफ्ता कैदियों के पक्के बैरेक में शिफ्ट कर दिया गया है. इसके साथ ही माफिया अतीक को साबरमती जेल में झाड़ू लगाने और भैंसें धोने के साथ ही बढ़ई का काम भी दिया गया है. माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद को एमपी-एमएलए कोर्ट ने 28 मार्च को दोषी ठहराया था. यह अतीक अहमद की पहली सजा है, भले ही उसके खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज किए गए हों. साल 2006 में उमेश पाल अपहरण मामले में गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद और दो अन्य को कोर्ट ने दोषी ठहराया और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई. वहीं अतीक अहमद के भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ और छह अन्य को इस मामले में बरी कर दिया गया.
अतीक अहमद का बहनोई भी हुआ गिरफ्तार
वहीं हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने माफिया अतीक अहमद के बहनोई डॉ. अखलाक अहमद को मेरठ के नौचंदी इलाके से गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक (एसटीएफ) बृजेश सिंह ने कहा कि पूरी छानबीन के बाद देर रात माफिया अतीक अहमद के बहनोई को गिरफ्तार किया है. प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक का बेटा असद और शूटर मुस्लिम गुड्डू व साबिर मेरठ आए थे. अब एसटीएफ ने डॉ. अखलाक को शूटरों को संरक्षण देने के आरोप में गिरफ्तार किया है.