टैंपो के अंदर झोले में मिला नवजात बच्चा, किन्नर बनीं सहारा, कहा- जिसने भी ये कृत्य किया वह अच्छे लोग नहीं
चंदौली: मां अपने कोख में अपने बच्चे को 9 महीनों तक संभालती है. इसीलिए मां को भगवान माना जाता है. पर उत्तर प्रदेश के चंदौली से ममता को शर्मशार करने वाला मामला सामने आए है. यहां एक औरत ने अपने ही नवजात शिशु को टेम्पो में छोड़ दिया.
जाने क्या है मामला
उत्तर प्रदेश के चंदौली से ममता को कलंकित करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक मां अपने नवजात शिशु को मुगलसराय टेम्पो स्टैंड पर खाली टेम्पो में मिठाई के झोले में छोड़ कर चली गई. पर किस्मत से एक किन्नर की नजर शिशु पर पड़ गई जिसके बाद किन्नर ने शिशु को अपनी गोद में लिया और नवजात को पुलिस स्टेशन लेकर पहुंची.
टेम्पो चालक ने दी जानकारी
टेम्पो वाले के मुताबिक वह चाय और नाश्ता करने गया था. वापस जब वो अपने टेम्पो पर लौटा तो उसे अपने टेम्पो की सीट पर एक झोला मिला. जिसे उसने जब करीब से देखा तो मालूम पड़ा कि झोले में नवजात शिशु है. इसकी जानकारी टेम्पो चालक ने किन्नर को फोन लगाकर दी. किन्नर ने मौके पर पहुंच कर सबसे पहले बच्चे को गोद में लिया और सीने से लगाया.
किन्नर ने दिया सहारा
मां जिस जगह अपने बच्चे को छोड़ कर गई थी. वहीं पर मौजूद ऑटो चालक ने किन्नर को फोन कर नवजात की जानकारी दी. इसके बाद किन्नर मौके पर पहुंचा यहां लावारिस नवजात को देख किन्नर की ममता जाग उठी जिसके बाद किन्नर शिशु को लेकर मुगलसराय पुलिस थाने पहुंची. यहां पुलिस ने बच्चे को शिशु गृह भेज दिया. इसके बाद किन्नर ने बच्चे को पालने की इच्छा पुलिस को बताई और शिशु की कस्टडी की मांग की. किन्नर ने कहा मैं इसे पालना चाहती हूं. मैं इसे पढ़ा लिखा के कलेक्टर, इंजीनियर बनाऊँगी.
पुलिस ने किया मामला दर्ज
मामले की सूचना लगने पर पुलिस ने केस दर्ज कर शिशु को शिशु गृह भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है. घटना के इलाके के cctv खंगाले जाने हैं.