Noida: विरोध के बाद लुंगी व नाइटी पहनकर पर टहलने पर रोक का फरमान वापस, सोसाइटी में लागू हुआ था ड्रेस कोड
गौतमबुद्ध नगर जनपद के ग्रेटर नोएडा स्थित हिमसागर अपार्टमेंट सोसाइटी ने लुंगी और नाइटी पहनकर सार्वजनिक रूप से नहीं घूमने का अपना चार दिन पुराना फरमान बुधवार को वापस ले लिया। सोसाइटी ने 10 जून को एक नोटिस जारी कर वहां के निवासियों से अपील की थी कि पुरुष लुंगी और महिलाएं नाइटी पहन कर सोसाइटी में सार्वजनिक रूप से न घूमें। सोसाइटी के आरडब्लूए अध्यक्ष पीके कालरा का कहना था कि काफी दिनों से शिकायतें आ रही थी कि लोग घर के अंदर पहनने वाले कपड़ों में ही बाहर घूमने लगते हैं। इससे सोसाइटी का माहौल खराब हो रहा है।
पीके कालरा ने कहा कि निवासियों से अनुरोध किया गया था कि वे सोसाइटी के वातावरण को ध्यान में रखते हुए संबंधित निर्देश का पालन करें। किसी के ऊपर यह आदेश जबरन नहीं सौंपा गया था। सोशल मीडिया पर आरडब्ल्यूएल का संबंधित नोटिस काफी प्रचारित होने के बाद लोगों ने तगड़ी प्रतिक्रियाएं दी थी। आखिरकार सोसाइटी को चार दिन बाद बुधवार को यह निर्देश वापस लेना पड़ा। पीके कालरा ने इस बात की तस्दी कर दी कि 10 जून का नोटिस वापस ले लिया गया है।
एओए का दावा है कि लुंगी और नाइटी पहनकर टहलने पर रोक महिलाओं की शिकायत के बाद लगाई गई थी। सोसाइटी के लोगों को इस फैसले पर कोई ऐतराज नहीं है। कुछ बाहरी लोगों इसे तूल दे रहे हैं। सेक्टर पी-4 स्थित हिमसागर सोसाइटी की एओए ने टहलने के दौरान लूंगी और नाइटी पहनने पर रोक लगाने का नोटिस जारी किया था। यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो इस पर बहस छिड़ गई। लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया।
एओए अध्यक्ष सीके कालरा ने बताया कि कुछ महिलाओं ने शिकायत की थी, जिसका संज्ञान लेते हुए एओए ने एक अनुरोध पत्र चस्पा किया था। सोसाइटी के किसी भी व्यक्ति ने कोई आपत्ति नहीं जताई। बाहरी लोगों ने पत्र सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसको लेकर बिना वजह हंगामा किया जा रहा है। हम अपनी गलती स्वीकार करते हैं कि हमें लुंगी और नाइटी शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। किसी भी तरह का विरोधाभास न हो, इसके चलते बोर्ड पर चस्पा किए गए नोटिस को हटा दिया गया है।