Delhi: गंगवार हत्याकांड में शामिल कुख्याती अपराधी को पुलिस ने पकड़ा, टॉप 10 वांटेड में था शामिल
नई दिल्ली: स्पेशल सेल ने रवि गंगवाल और रोहित चौधरी गैंग के एक्टिव मेंबर को बिहार के छपरा से गिरफ्तार किया है. पुलिस को आरोपी की तलाश गैंगवार में हुई हत्या मामले में पिछले साल 2022 से थी. अभियुक्त दिल्ली पुलिस के टॉप 10 मोस्ट वांटेड अपराधियों की लिस्ट में शामिल था और यह नेब सराय थाने का घोषित बेड करैक्टर भी है.
आरोपी के खिलाफ कई मामलों में केस दर्ज: आरोपी की पहचान मनीष संधू के रूप में हुई है. यह दिल्ली के देवली इलाके का रहने वाला है. अभियुक्त के ऊपर पहले से मर्डर, हत्या के प्रयास, दंगा और आर्म्स एक्ट के 11 केस चल रहे हैं.स्पेशल सेल के स्पेशल कमिश्नर एच एस धालीवाल ने बताया की टीम ने उसके पास से हथियार और कई जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं. स्पेशल सेल के नॉर्दन रेंज के डीसीपी राजीव रंजन की देखरेख में एसीपी वेद प्रकाश, इंस्पेक्टर मनदीप सागवान, नागेंद्र सिंह, जयवीर मलिक की टीम ने मनीष को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. उन्होंने बताया कि पुलिस लगातार इसके बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही थी और उसी जानकारी पर आरोपी को बिहार के छपरा में छापा मारकर गिरफ्तार किया गया है.
कपिल नाम के व्यक्ति की थी हत्या:पुलिस के अनुसार मनीष ने अपने दोस्त प्रवीण के साथ मिलकर कपिल पवार की हत्या की थी, क्योंकि प्रवीण का कपिल के साथ इलाके में वर्चस्व कायम रखने को लेकर विवाद हो गया था. जिससे मनीष ने प्रवीण के साथ मिलकर कपिल की हत्या की. कपिल पर पहले से मर्डर, फायरिंग आर्म्स के आधा दर्जन मामले चल रहे थे. वह दीपक पंडित गैंग का मेंबर था, जबकि मनीष और प्रवीण रवि गंगवाल-रोहित चौधरी गैंग के मेंबर बन गए.
चौथी क्लास तक पढ़ा है मनीष:पूछताछ में मनीष ने बताया कि उसके परिवार वाले बिहार के नालंदा से ताल्लुक रखते हैं. उसने चौथी क्लास तक पढ़ाई की और बाद में वह दिल्ली में प्रॉपर्टी डीलर का काम करने लगा. उसी बिजनेस के दौरान इसकी दूसरे कई लोगों से दुश्मनी हो गई और फिर उसी दौरान यह क्राइम में शामिल हो गया और एक-एक करके कई मामलों में शामिल होता चला गया. मनीष के खिलाफ इसके ऊपर संगम विहार, नेबसराय, तिगरी, क्राइम ब्रांच और उत्तर प्रदेश के गाजीपुर थाना में मामले दर्ज हैं.