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ग्रीन हाइड्रोजन में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बनाने की तैयारी, फ्रांस की टोटल एनर्जीज ने अडाणी ग्रुप में खरीदी 25% हिस्सेदारी

अहमदाबाद। अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने आज अशोक लेलैंड के साथ खनन, रसद और परिवहन के लिए हाइड्रोजन ईंधन सेल इलेक्ट्रिक ट्रक (एफसीईटी) विकसित करने के लिए पायलट परियोजना शुरू करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

यह सहयोग एशिया का अपनी तरह का पहला नियोजित हाइड्रोजन संचालित प्रोजेक्ट है। परियोजना का नेतृत्व एईएल द्वारा किया जाएगा, जो खनन कार्यों, परिवहन और हाइड्रोजन रिफ्यूलिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए ग्रीन हाइड्रोजन परियोजनाओं के विकास पर केंद्रित है।

ग्रीन हाइड्रोजन से चलेंगे ट्रक

PEM फ्यूल सेल इंजन बनाने वाली अग्रणी कंपनी बलार्ड, हाइड्रोजन ट्रक के लिए FCmoveTM फ्यूल सेल इंजन की आपूर्ति करेगी। दुनिया में बसों के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक अशोक लेलैंड, वाहन प्लेटफॉर्म और तकनीकी सहायता प्रदान करेगी। FCET को भारत में 2023 में लॉन्च किया जाना है।

अदाणी समूह ने पहले घोषणा की थी कि वह अगले दस वर्षों में हरित हाइड्रोजन और संबंधित पारिस्थितिक तंत्र में 50 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक का निवेश करने की योजना बना रहा है। ये सालाना 3 मिलियन टन तक की ग्रीन हाइड्रोजन क्षमता के अनुरूप है।

ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता

अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के निदेशक और अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज के सीईओ विनय प्रकाश ने कहा कि महत्वाकांक्षी ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना भारत की भविष्य की ऊर्जा आत्मनिर्भरता के लिए काम करेगी। यह वाणिज्यिक परिवहन प्रणाली में हाइड्रोजन-संचालित ईंधन सेल प्रौद्योगिकी के उपयोग में तेजी लाने के लिए अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी के विजन के अनुरूप है।

वाणिज्यिक बेड़े के लिए ईंधन के रूप में हाइड्रोजन के इस्तेमाल का यह अनुभव न केवल देश में खनन और रसद क्षेत्र के लिए हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि अन्य व्यवसायों को परिवहन के संक्रमणकालीन और दीर्घकालिक समाधान का विकल्प चुनने में भी मदद करेगा।

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