Delhi Excise Policy: राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अमनदीप सिंह को 21 अप्रैल तक सीबीआई रिमांड पर भेजा
दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में राऊज एवेन्यू कोर्ट ने बुधवार को अमनदीप सिंह ढल को 21 अप्रैल तक सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. अमनदीप सिंह ढल को आज राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था. सीबीआई ने कोर्ट से तीन दिन की रिमांड मांगी थी.
अमनदीप की जमानत याचिका पर 26 अप्रैल को होगी सुनवाई
विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल ने आज अमनदीप सिंह ढल की रिमांड की मांग वाली सीबीआई की याचिका को स्वीकार कर लिया. कोर्ट ने पिछले हफ्ते सीबीआई को कथित आबकारी नीति घोटाले के सिलसिले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में अमनदीप सिंह ढल से पूछताछ करने की अनुमति दी थी. ढल ने ईडी मामले में जमानत याचिका दायर की है और इस पर सुनवाई 26 अप्रैल के लिए निर्धारित की गई है.
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में हुई अमनदीप की गिरफ्तारी
सीबीआई को कुछ नए सबूत मिले हैं, जिसके लिए आबकारी मामले के संबंध में अभियुक्तों के बीच रची गई साजिश का पता लगाने के लिए अमनदीप सिंह ढाल की और जांच की आवश्यकता है. बता दें कि ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक अमनदीप ढल को 1 मार्च को ईडी (ED) ने आबकारी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत गिरफ्तार किया गया था.
जानिए अमनदीप पर क्या है आरोप
ईडी की ओर से बहस करते हुए वकील नवीन कुमार मट्टा ने सोमवार को कोर्ट में कहा कि वे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इस महीने के अंत तक मनीष सिसोदिया, अमनदीप सिंह ढाल और अरुण रामचंद्र पिल्लई के खिलाफ अगली चार्जशीट दाखिल कर रहे हैं. ईडी के अनुसार, अमनदीप सिंह ढल ने कथित तौर पर अन्य व्यक्तियों के साथ साजिश रची और शराब नीति के निर्माण और आम आदमी पार्टी (AAP) को रिश्वत देने और दक्षिण समूह द्वारा विभिन्न माध्यमों से इसकी वापसी में सक्रिय रूप से शामिल है.
कौन है अमनदीप ढल
सीबीआई की एक एफआईआर के अनुसार, आम आदमी पार्टी के नेता विजय नायर, मनोज राय, अमनदीप दहल और समीर महंदरू साल 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की आबकारी नीति बनाने और लागू करने में सक्रिय रूप से शामिल थे. अमनदीप सिंह ढल ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं. दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा लाई गई उत्पाद शुल्क नीति का मसौदा तैयार करने में मुख्य भूमिका अमनदीप ढल ने निभाई थी. ढल आम आदमी पार्टी को रिश्वत पहुंचाने का जरिया बना था. जांच एजेंसी के मुताबिक, इस तरह के पैसा पहुंचाने से 7.68 करोड़ रुपए की कमाई हुई और ढल ने इस राशि को ट्रांसफर करने और छिपाने में भूमिका निभाई.