विधवा प्रेमिका के लिए सईद बना सतीश, मंदिर में लिए 7 फेरे, सुर्खियों में ये शादी
रामपुर की बिलासपुर कोतवाली इलाके के मोहल्ला भट्ठी टोला निवासी सईद अहमद ने प्यार के लिए धर्म परिवर्तन कर लिया। सईद से सतीश बनकर युवक ने विधवा प्रेमिका शारदा देवी वाल्मीकि की सूनी मांग में सिंदूर की चमक भर दी। बुधवार रात अखंड भारत अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर में दोनों का विवाह हुआ।
सईद ने शारदा से शादी करने के लिए अपना धर्म परिवर्तन करने की इच्छा जाहिर करते हुए शपथपत्र और प्रार्थनापत्र तीन दिन पूर्व एसडीएम अमन देओल को दिया था। अखंड भारत परिषद अखाड़ा के कार्यकर्ताओं के साथ एसडीएम के सामने वह अपनी प्रेमिका के साथ पहुंचा था। एसडीएम ने उच्चाधिकारियों से बात करके दो दिन में स्थिति स्पष्ट करने की बात कही थी।
अखंड भारत अखाड़ा परिषद के प्रदेश सचिव प्रमोद सक्सेना ने बताया कि बुधवार रात करीब आठ बजे कोतवाली क्षेत्र के गांव धनोरा स्थित मंदिर में सतीश और शारदा की शादी हो गई। शारदा देवी विधवा थीं। उनके पति अर्जुन वाल्मीकि की कुछ समय पहले मौत हो गई थी।
तब से वह अकेले रहती थीं। वहीं सईद से सतीश बने युवक की अब तक शादी नहीं हुई थी। मुलाकात के बाद दोनों के बीच प्रेम पनप गया था। प्रेम को शादी का मुकाम देने के लिए सईद ने न विधवा का हाथ थामने में संकोच किया, न धर्म बदलकर सतीश बनने में।