रक्षा मंत्रालय के कर्मी सेना में भर्ती कराने के नाम पर कर रहे थे करोड़ों की ठगी
नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में सेना में भर्ती कराने के नाम पर युवाओं से करोड़ों रुपए ठगने वाले लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह लोग वर्षों से ठगी कर रहे थे। प्रत्येक युवा से नौकरी लगाने के नाम पर ₹20 लाख तक ऐंठते थे। एसटीएफ और सेक्टर-113 पुलिस ने रक्षा मंत्रालय और भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना और उसके भाई को दबोचा है। ये खुद को लेफ्टिनेंट कमांडर बताकर बेरोजगारों से जालसाजी करते थे। इस गिरोह में रक्षा मंत्रालय में तैनात मिनिस्ट्रियल स्टाफ अजय उर्फ अनिल कुमार भी शामिल है। अजय समेत गिरोह के चार सदस्य अभी फरार हैं।
मिलिट्री इंटेलीजेंस और एसटीएफ को शिकायत मिली थी कि कुछ लोग रक्षा मंत्रालय और सेना में भर्ती कराने का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर रहे हैं। इसके आधार पर एसटीएफ ने पुलिस की मदद से दो जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान अतुल माथुर और सनी निवासी नगला अस्थल कासगंज के रूप में हुई है। अतुल और सनी आपस में भाई हैं।
पुलिस और एसटीएफ की टीम ने जालसाजों से नौसेना की पी कैप, टाई, एक जंगल पैंट, तीन जोड़ी जूते, दो सेना की वर्दी, दो ब्लैक पैंट, जर्सी, लैपटॉप, छह जोड़ी लेफ्टिनेंट कमांडर रैंक, छह आईकार्ड कवर, तीन रबर स्टांप, एक स्टांप पैड, अतुल माथुर नेमप्लेट लगी दो वर्दी, दो बेल्ट, कालीचरण के नाम से एक आर्मी कैंटीन का कार्ड, एक कार, दो मोबाइल, चेक बुक, तीन आधार कार्ड, एक आईकार्ड आईआईएलएम कॉलेज ग्रेटर नोएडा, 3770 रुपये, एक सोने की चेन सहित अन्य सामान बरामद किया है। गिरोह वर्ष 2021 से फर्जीवाड़ा कर रहा था। जालसाज अभी तक सैकड़ों बेरोजगारों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं। इनकी फर्जीवाड़े की शिकायत रक्षा मंत्रालय और सेना की खुफिया यूनिट को मिली थी। तब मामले की जिम्मेदारी एसटीएफ को सौंपी गई। गिरोह के सदस्य बृज किशोर, विपिन कुमार, अमित वार्ष्णेय और अजय उर्फ अनिल कुमार फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।