शराब नीति मामले में सिसोदिया की मुश्किलें बरकरार, 5 दिन और रहेंगे ED की कस्टडी में
नई दिल्ली। कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को एक और जोरदार झटका लगा है। राउज एवेन्यू अदालत ने उन्हें पांच दिनों की ईडी हिरासत में भेज दिया है। हालांकि, ईडी की ओर से सात दिनों की हिरासत मांगी गई थी, लेकिन कोर्ट ने महज पांच दिनों की हिरासत की ही मंजूरी दी है। ईडी ने अदालत के समक्ष दावा किया है कि उनके पास सिसोदिया के विरुद्ध धनशोधन मामले में साक्ष्य मौजूद हैं। जिस संदर्भ में अभी उनसे और भी सवाल किए जाने हैं, जिसकी वजह से उनकी हिरासत बढ़ाया जाना जरूरी है। बता दें कि बीते 26 फरवरी को आठ घंटे की पूछताछ के बाद सीबीआई ने सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट ने सीबीआई हिरासत में भेज दिया था, लेकिन बाद में इस पूरे मामले में ईडी की भी एंट्री हुई और ईडी ने सिसोदिया के खिलाफ धन शोधन मामले के तहत मामला दर्ज कर लिया, जिसके बाद सिसोदिया को ईडी की हिरासत में भेज दिया गया।
बहरहाल, अब सिसोदिया 22 मार्च तक ईडी की हिरासत में रहेंगे। आप का दावा है कि अब तक जितने भी पूछताछ हुए हैं, उसमें सिसोदिया के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला है, जबकि ईडी का दावा है कि सिसोदिया के खिलाफ उनके पास सबूत हैं, जिन्हें लेकर उनसे पूछताछ करना है। ईडी ने यह भी कहा कि अगर उनसे पूछताछ नहीं की गई, तो हमारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। ई़डी का दावा है कि यह जांच अभी अहम मोड पर है। ऐसे में सिसोदिसा से और पूछताछ करनी होगी। उधर, सिसोदिया का दावा है कि मेरे पास बताने के लिए कुछ भी नही है। आप लोग मुझे रात भर बैठा लो। लेकिन, मेरे पास आपको कुछ भी बताने के लिए नया नहीं है। ऐसे में आप मुझसे कितना भी पूछताछ कर लो। वहीं, कथित शराब घोटाला मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता से भी पूछताछ की जा चुकी है। जिस पर बीआरएस ने आपत्ति जताई थी।
वहीं, कथित शराब घोटाला मामले में आप और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। आप का कहना है कि केंद्र के दबाव में जांच एजेंसियां विपक्षी दलों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, जबकि बीजेपी का कहना है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां अपना काम करने के लिए स्वतंत्र हैं। उन पर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाया जा रहा है। बहरहाल, कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार सिसोदिया प्रकरण को लेकर बीजेपी और आप के बीच जारी जुबानी जंग आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।