STF ने चीन के तीन नागरिकों के खिलाफ जारी किया लुक आउट नोटिस, नोएडा में रहकर कर रहे थे करोड़ों का फर्जीवाड़ा
ग्रेटर नोएडा। ग्रेनो और नोएडा में अवैध रूप से रहकर ट्रेडिंग, लोन, गेम मोबाइल एप और फर्जी कंपनियों के जरिये फर्जीवाड़ा करने वाले और नशे का अड्डा चलाने में फरार चीन के तीन नागरिकों माइकल जिंडी, ली शुनलुन और वू किवोंस के विदेश भागने की आशंका है। एसटीएफ ने इनके खिलाफ जुलाई 2022 में लुकआउट नोटिस जारी किया था। अब आरोपियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी है। मामले में एसटीएफ चीन के 11 नागरिकों समेत 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
11 जून 2022 को नेपाल बार्डर पर सीमा सुरक्षा बल ने चीन के दो नागरिक लु लैंग और यूं हेलंग को बिना वीजा के गिरफ्तार किया था। पूछताछ में दोनों ने 18 दिन तक ग्रेटर नोएडा के घरबरा गांव स्थित चीनी नागरिकों के अवैध शराब के अड्डे व जेपी ग्रींस सोसाइटी में रहने की जानकारी दी थी। दोनों आरोपियों की निशानदेही पर उन्हें पनाह देने वाले जू फाई और उसकी महिला मित्र नगालैंड निवासी पेटेख रेनुओ को पुलिस ने गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने ईकोटेक-1 थाना क्षेत्र के घरबरा गांव में नशे के अड्डे का खुलासा किया था। यहां स्थित गेस्ट हाउस को चीन के नागरिकों ने किराये पर ले रखा था।
पुलिस ने जू फाई से पूछताछ के बाद चीन में एमबीबीएस की पढ़ाई छोड़कर वापस लौटे गुजरात निवासी रवि नटवरलाल, उसके साथी पुष्पेंद्र, अशोक, भाई जयकुमार आदि को गिरफ्तार किया। इसके बाद नोएडा स्थित आरोपी के कारखाने का खुलासा कर कई आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी।
मोबाइल स्क्रैप से डेटा चुराकर चलाते थे अवैध धंधे
एसटीएफ की पड़ताल में खुलासा हुआ था कि आरोपी एनसीआर से मोबाइल स्क्रैप से डाटा निकालकर चीन भेजते थे। आशंका जताई गई थी कि इन्हीं के जरिये भारतीयों का डेटा लेकर लोन और ट्रेडिंग एप से जुड़ा फर्जीवाड़ा करते थे। आरोपी हवाला के जरिये करोड़ों की रकम का हेरफेर कर चुके थे। इस मामले में तीन चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी बाकी है। इसके बाद ही इस फर्जीवाड़े की आगे की परतें खुलेंगी। एसटीएफ ने पहले पांच चीनी नागरिकों को गिरफ्तार इसके चलते आरोपियों की रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है।