बनारस में बवाल! अधिग्रहण के लिए पहुंचे अधिकारियों पर भीड़ ने किया पथराव, पुलिस ने किसानों पर बरसाईं लाठियां
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय इलाके वाराणसी में मंगलवार को बवाल हो गया। यहां ट्रांसपोर्ट नगर का मामला फिर गरमा गया है। रोहनिया थाने के तहत आने वाले मोहन सराय के पास जमीन पर कब्जा लेने पहुंची प्रशासन की टीम पर ग्रामीणों और किसानों ने पथराव कर दिया। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस को किसानों पर लाठियां भांजनी पड़ी। पत्थरबाजी में कुछ किसानों और पुलिसकर्मियों को चोट आई है। करीब एक दर्जन किसानों को हिरासत में लिया गया है। ट्रांसपोर्ट नगर के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण ने 1998 में जमीन अधिग्रहित की थी। इतने साल बीत जाने के बाद भी ट्रांसपोर्ट नगर नही बन पाया है। दरअसल अपनी जमीन के उचित मुआवजे की मांग और जमीन के जबरन अधिग्रहण के खिलाफ ग्रामीण लंबे समय से लामबंद हैं।
1998 में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए जमीन का अधिग्रहण किया गया था। कुल 254 एकड़ जमीन अधिग्रहण प्रशासन ने किया था। तब 32 फीसदी किसानों ने मुआवजा लिया था। बाकी 68 फीसदी किसान की मांग है कि उनको 2013 के जमीन अधिग्रहण के कानून के हिसाब से मुआवजा दिया जाए। इस पूरे मामले को लेकर 17 मई को हाईकोर्ट में सुनवाई है। इससे पहले मंगलवार को जब प्रशासन जबरन पैमाइश करने पहुंचा तो किसानों ने उनका विरोध शुरू कर दिया।
एक दर्जन किसान हिरासत में
धरना दे रहे किसान इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं। किसानों का कहना है कि जिन जमीनों का मुआवजा नहीं लिया है उस पर जबरन कब्जा न किया जाए। इसी मांग को लेकर मौके पर पहुंचे किसानों ने जेसीबी से खोदाई रोकने की मांग करने लगे। प्रशासन और ग्रामीणों के बीच बात बढ़ गई। इसी बीच किसी ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। कुछ देर बार पुलिस ने लाठीचार्ज कर ग्रामीणों को तितर-बितर कर दिया। पुलिस ने लगभग एक दर्जन किसानों को हिरासत में ले लिया है।