परीक्षा में उम्मीद से कम नंबर आने पर छात्र ने दी जान, फंदे पर लटका देख चीख पुकार मच गई
जालौन: उत्तर प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा का परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिए गए हैं. जिसमें हाईस्कूल में कुल 89.78% और 12वीं का परीक्षाफल 75.52% रहा है. जिसमें कई छात्र-छात्राओं ने अच्छे नंबरों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की है. वहीं जालौन के कदौरा इलाके में कम नंबर आने पर एक मेधावी छात्र ने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. इसकी जानकारी मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. छात्र द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. जहां उन्होंने छात्र के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है.
यह घटना कदौरा थाना क्षेत्र के ग्राम हांसा की है. इस ग्राम का रहने वाला इंदीप अहिरवार (16) पुत्र रमेश अहिरवार कदौरा इलाके के वीर सिंह इंटर कालेज में हाईस्कूल का छात्र था और वह पढ़ने में होशियार था, इस वर्ष उसने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा दी थी. कल दोपहर में जब उसका रिजल्ट आया तो उसे उम्मीद थी कि हाईस्कूल की परीक्षा में वह अच्छे नंबरों से पास होगा, मगर परिणाम उसके मुताबिक नहीं आया. इंदीप 57 प्रतिशत अंकों के साथ पास हुआ, जिस कारण वो मानसिक अवसाद में चला गया और घर पर लेट गया.
कम नंबर आने पर लगा ली फांसी
जब परिजनों ने उससे रिजल्ट के बारे में पूंछा तो उसने कुछ नहीं बताया और अपने घर में बने भूसा वाले कमरे में जाकर रस्सी का फंदा डालकर फांसी लगा ली, जिससे दम घुटने से उसकी मौत हो गई. काफी देर तक घरवालों को इंदीप नहीं दिखा तो परिजनों ने उसे ढूंढने का प्रयास किया मगर उसका कहीं भी पता नहीं चला. जब परिजन उसे खोजते हुए भूसा वाले कमरे में गए तो वहां इंदीप का शव लकड़ी की बल्ली में लटका हुआ था. जिसे देख परिजनों की चीख निकल गई. परिजनों की आवाज सुनकर आस पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे, जिन्होंने इंदीप को फंदे पर लटका हुआ देखा और तत्काल प्रधान के माध्यम से पुलिस को सूचना दी.
पढ़ाई में होशियार था इंदीप
छात्रा द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना मिलते ही कदौरा पुलिस पुलिस मौके पर पहुंची, जहां बल्ली में लटक रहे छात्र के शव को ग्रामीणों की मदद से नीचे उतारा और प्राथमिक जांच करने के बाद शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया. मृतक छात्र के परिजनों का कहना है कि इंदीप पढ़ने में होशियार था और प्रतिदिन स्कूल जाता था, उसके अध्यापक भी उसकी पढ़ाई की तारीफ करते थे और उसके हाईस्कूल में अच्छे नंबर आने की बात कहते थे, मगर उसके कम नंबर आने से वह मानसिक अवसाद में चला गया जिस कारण उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
वही इस मामले में कदौरा थाने के प्रभारी निरीक्षक योगेश पाठक का कहना है कि जांच के दौरान आत्महत्या का कारण छात्र के परीक्षा में कम नंबर आना बताया गया है, फिर भी इस मामले की जांच की जा रही है कि छात्र ने किन परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्महत्या की है.