दिल्ली में अफ्रीकी रसोई की आड़ में करता था नशीले पदार्थ की तस्करी, गिरफ्तार; 1KG से अधिक हेरोइन बरामद
नई दिल्ली। दिल्ली में वीजा खत्म होने के बाद भी अवैध तरीके से रहकर नाइजीरियन ड्रग्स तस्करी की चेन बनाकर लाखों करोड़ों रुपये की ड्रग्स की तस्करी दिल्ली और एनसीआर में कर रहे हैं। ऐसी एक चेन का पर्दाफाश बाहरी जिला की एंटी नॉरकोटिक्स सेल ने किया है। जिन्होंने दिल्ली में अवैध रूप से किराये के मकान पर साथी के साथ रह रहे एक नाइजीरियन को ढाई करोड़ रुपये की हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान संडे ओकेके उग्वोके के रूप में हुई है। पुलिस उसके नेटवर्क के बारे में जानकार उनको भी पकडऩे की कोशिश कर रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीते शुक्रवार को एंटी नॉरकोटिक्स सेल को पकड़े गए आरोपी के बारे में जानकारी मिली थी। आरोपी संडे ओकेके उग्वोके शिव विहार, निलोठी एक्सटेंशन, निहाल विहार में अफ्रीकी किचन में काम करता है। वह किचन की आड़ में, वह दिल्ली/एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में ड्रग्स की सप्लाई कर रहा है। उसके कई बड़े सप्लायरों से संबंध हैं। वह अपने घर से हेरोइन की सप्लाई के लिए तिलक नगर जाएगा।
इंस्पेक्टर सुशील कुमार की देखरेख में एएसआई राजेंद्र प्रसाद, हेड कांस्टेबल जय प्रकाश और हरबंस को आरोपी को पकडऩे का जिम्मा सौंपा गया। पुलिस टीम ने उसके घर के आसपास घेराबंदी की। कुछ देर बाद आरोपी को एक चार मंजिला मकान से खाकी रंग का पेपर बैग लिए निकलते देखा। जैसे ही पुलिस टीम ने उसको पकडऩे की कोशिश की। वह मुड़ा और जल्दी से घर लौटने की कोशिश करने लगा। जिसका पीछा कर किसी तरह से उसे उसके फ्लैट के पास ही दबोच लिया। उसके कब्जे से खाकी रंग के पेपर बैग की तलाशी ली।
जिसमें से ड्रग्स रखे दो पॉलीथिन के पैकेट मिले। फील्ड टेस्टिंग किट से पाउडर की जांच की गई तो वह हेरोइन निकली। तौलने पर हेरोइन का एक पैकेट 302 ग्राम और दूसरा पैकेट 708 ग्राम का था। निहाल विहार थाने में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पूछताछ करने पर पता चला कि वह जनवरी 2020 में तीन महीने के लिए मेडिकल वीजा पर भारत आया था। जब वह भारत आया, उसका दोस्त केनेचिकवु पहले से ही चंदर विहार में रह रहा था। केनेचिकवु ने उसे चंदर विहार में एक अफ्रीकी रसोई में नौकरी खोजने में मदद की।
इन रसोई घरों में अफ्रीकी भोजन और पेय परोसे जाते हैं जहां अफ्रीकी लोग इक_ा होते हैं और उनका सामाजिककरण होता है। रसोई में काम करते-करते उसको अफ्रीकियों द्वारा नशीले पदार्थ खरीदने व बेचने की जानकारी हो गई थी। आरोपी ने बाद में शिव विहार, निलोठी एक्सटेंशन में एक ग्राउंड फ्लैट किराए पर लिया। पिछले साल अगस्त में ही उसका दोस्त केनेचिक्वु नाइजीरिया से वापिस लौटा। आरोपी से पता चला कि कई नाइजीरियाई ऐसे होते हैं जो बहुत कम समय के लिए भारत आते हैं।
वे भारत में हेरोइन की तस्करी करते हैं और दिल्ली/एनसीआर में तस्करों को ड्रग्स देने के बाद जल्दी से वापिस नाइजीरिया चले जाते हैं। उससे जो ड्रग्स बरामद हुई। वह उसने उगोचुकवु नाम के एक नाइजीरियन से खरीदी थी। उगोचुकवु से मुलाकात उसकी उस वक्त हुई थी। जब वह अफ्रीकी रसोई में काम कर रहा था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी मेडिकल वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद से अवैध रूप से रह रहा है। पासपोर्ट की जांच से दूसरे वीजा चिपकाए जाने का पता चलता है, लेकिन देश से आने-जाने की एंट्री न होने से यह फर्जी दस्तावेज लगता है जिसकी भी जांच की जाएगी।