ग्रे नोएडाजागो हिन्दुस्तान स्पेशलदिल्ली/एनसीआरनोएडाराजनीति

88 साल की दनकौर नगर पंचायत में पहली बार बना रिकॉर्ड बिलासपुर में ढहा दिया निर्दलीय ने बसपा भाजपा का किला जहांगीरपुर में संभाली पिता की विरासत

गौतमबुद्ध नगर/ डॉ. सतीश शर्मा जाफरवादी।दनकौर नगर पंचायत 88 साल के इतिहास में पहली बार चेयरमैन पद पर किसी प्रत्याशी को दूसरी बार जीत मिली है। भाजपा के बैनर तले राजवती देवी ने यह इतिहास रचा है। वह दनकौर नगर पंचायत के प्रारंभ से लेकर आज तक ऐसी निर्वाचित चेयरमैन है जिन्हें दूसरी बार जीत हासिल हुई है।
दनकौर नगर पंचायत का गठन 1934 में हुआ था लेकिन पहला चुनाव 1935 में हुआ। नगर पंचायत के पहले चेयरमैन बाबूराम, दूसरे चेयरमैन नानूमल, तीसरे छेदा लाल गर्ग, चौथे गिरधारी लाल गोयल, पांचवे भीक चंद वैश्य, छठे छज्जू राम शर्मा, सातवें तुलसी राम शर्मा, आठवें डालचंद, नौवें भगवती प्रसाद गोयल, दशवें लाजवंती देवी, 11वें महिपाल गर्ग, 12 वीं राजवती देवी, तेरहवी रोशनी देवी, चौदहवें अजय भाटी थे। वहीं अब 15 मई वार चेयरमैन पद पर पुनः राजवती निर्वाचित हुई है।
दनकौर नगर पंचायत में यह अभी तक मिथक बना हुआ था कि कोई भी चेयरमैन दोबारा जीत हासिल नहीं कर सका। लेकिन भाजपा की प्रत्याशी राजवती देवी ने दूसरी बार चेयरमैन पद पर कब्जा कर एक इतिहास बनाया है।
बिलासपुर में निर्दलीय लता सिंह ने ढहा दिया बसपा भाजपा का किला
2017 में हारे प्रत्याशी बने दनकौर और बिलासपुर में चेयरमैन
दनकौर और बिलासपुर में 2017 के चुनाव में हारे हुए प्रत्याशी चेयरमैन निर्वाचित हुए हैं। 2017 के चुनाव में दनकौर में राजवती देवी 447 मतों से अजय भाटी से हार गई थी। 2023 के चुनावों में राजवती देवी ने अपनी प्रतिद्वंदी रोशनी देवी से 116 मतों से विजय हासिल की है। वही बिलासपुर नगर पंचायत में 2017 के चुनावों में निर्दलीय संजय भैया 274 वोटों से साबिर कुरेशी से हार गए थे। इस बार अपनी हार का बदला पत्नी लता सिंह की जीत से लिया है। संजय सिंह की पत्नी लता सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 389 मतों से चेयरमैन निर्वाचित हुई है।  निर्दलीय लता सिंह ने बिलासपुर में भाजपा और बसपा का किला ध्वस्त कर जीत का परचम फहराया है।

जहांगीरपुर में पिता की विरासत को संभाला बेटे ने
जहांगीरपुर चेयरमैन पद के लिए गजेंद्र सिंह उर्फ गज्जू भैया निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने अपने पिता सौदान सिंह की राजनीतिक विरासत को बनाए रखा है। सौदान सिंह 1991 और 2006 में चेयरमैन निर्वाचित हुए थे। जहांगीरपुर नगर पंचायत के इतिहास में गजेंद्र सिंह ऐसे चेयरमैन निर्वाचित हुए हैं जिन्होंने अपने पिता की विरासत को बनाए रखा। जहांगीरपुर नगर पंचायत में इससे पहले कोई भी चेयरमैन ऐसा निर्वाचित नहीं हुआ। जिसके परिवार में एक से अधिक बार अध्यक्ष पद पर विजय हासिल हुई हो। लेकिन गजेंद्र सिंह मीणा ने भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशी सहित मुस्लिम प्रत्याशी को पटखनी देकर अपने पिता की राजनीतिक विरासत को बनाए रखा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button