यमुना सिटी की फैक्ट्रियों में दवाइयां भी बनेंगी दर्जनों दवा कंपनियों ने किया एमओयू साइन
ग्रेटर नोएडा । यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में दवाओं का उत्पादन भी होगा। इसके लिए प्राधिकरण 100 एकड़ में फार्मा फॉर्मूलेशन पार्क विकसित करेगा। इस पार्क के विकास की योजना मेडिकल डिवाइस पार्क के आसपास बनाई जा रही है। जल्द ही इसके लिए भी योजना निकाली जाएगी। मेडिकल डिवाइस पार्क (एमडीपी) में निवेश जुटाने के लिए पिछले दिनों नागपुर में हुई इंडिया फॉर्मास्युटिकल्स कांग्रेस में यमुना प्राधिकरण ने हिस्सा लिया था। इस कांग्रेस में प्राधिकरण की मेडिकल डिवाइस पार्क योजना को उद्यमियों ने संजीदगी से लिया और यहां निवेश की इच्छा जताई। यही नहीं, निवेशकों ने एमडीपी के साथ-साथ फार्मा फॉर्मूलेशन के लिए भी जमीन आवंटित करने का आग्रह किया था।
निवेशकों की रुचि और निवेश को देखते हुए प्राधिकरण ने फार्मा फॉर्मूलेशन पार्क बनाने का फैसला लिया है। पार्क के लिए प्राधिकरण का नियोजन विभाग जल्द काम शुरू करेगा ताकि इसका लेआउट और सेक्टर तय किया जा सके। उम्मीद है कि मेडिकल डिवाइस पार्क के आसपास ही इस पार्क को विकसित जाएगा। प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि 72वीं इंडियन फॉर्मास्युटिकल कांग्रेस में मेडिकल डिवाइस पार्क से संबंधित क्रिस बायोमेडिकल इंडस्ट्रीज, लाइफ साइंस रिसोर्स डिवाइस बनाने वाली जापानी कंपनी शीमाड‘जू, आरटीपीसीआर मशीन और किट बनाने वाली कंपनी मोलबियो, कार्डिओ रेस्पिरेटरी डिवाइसेज बनाने वाली कंपनी सचीलेर हेल्थकेयर ने हिस्सा लिया था। क्यू लाइन बायोटेक ने यीडा के मेडिकल डिवाइस पार्क में अपनी इकाई लगाने के लिए 600 करोड़ रुपये का एमओयू किया।अल्ट्रासाउंड तथा वेंटिलेटर बनाने वाली कंपनी याशिका इनफोट्रानिक ने 205 करोड़ रुपये और क्रिश बायोमेडिकल ने भी प्राधिकरण के साथ एमओयू प्राधिकरण के साथ एमओयू किए। एमडीपी के लिए 1110 करोड़ के प्रस्ताव पर बात बनी है।